हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , मुस्लिम विद्वानों के वैश्विक संघ के पूर्व अध्यक्ष शेख़ अहमद अररिस्वानी ने इस्लामी दुनिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लामी समुदाय को सियोनी राज्य के खिलाफ ईरान का पूरा समर्थन करना चाहिए।
अहमद अररिस्वानी ने कहा,सियोनी सरकार की आक्रामकता के मुकाबले में ईरान का समर्थन करना हर मुसलमान का कर्तव्य है।
उन्होंने आगे कहा कि इस्राइल के अस्तित्व में आने के बाद से लेकर आज तक, फिलिस्तीन के समर्थन में ईरान ने जितनी निष्ठा और कुर्बानी दिखाई है, दुनिया का कोई दूसरा देश इसकी मिसाल नहीं पेश कर सकता।
अहमद अररिस्वानी ने स्पष्ट किया कि न तो अरब देश और न ही कोई अन्य इस्लामी राष्ट्र, चाहे वह अकेले हो या सामूहिक रूप से, ईरान की तरह फिलिस्तीनी मुद्दे की सेवा नहीं कर पाए हैं।
यह याद रहे कि मुस्लिम विद्वानों का वैश्विक संघ हमेशा से फिलस्तीन के मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाता रहा है और वह सियोनी राज्य को मान्यता देने को सभी मुसलमानों के लिए एक अस्वीकार्य गद्दारी मानता है।
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